महानगर का काव्य
ऋषिकेश खोङके "रुह"
Thursday, May 16, 2024
प्रतिक्षा
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नाट्य शास्त्र में वर्णित अष्ट नयिका में से एक नायिका "प्रोषितपतिका" पर कविता। प्रिय के वियोग से दु:खित विरहिणी नायिका को प्रोषितपत...
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Monday, May 13, 2024
साहित्य अर्पण
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साहित्य अर्पण पिछले 5 साल से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रहा है। इसकी सी ई ओ आदरणीया नेहा शर्मा जी इसे दुबई से संचालित कर रही हैं। साहित्...
Saturday, May 11, 2024
बात मिलने की करता है (ग़ज़ल)
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बात मिलने की करता है। पर ज़माने से डरता है।। क्या भरोसा कातिल का हो। आस्तीं खंजर रखता है।। दर्द हो ना जाए शाए । इसलिए वो संवरता है ।। अब्र ...
Friday, May 10, 2024
गम भरी रात (ग़ज़ल)
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गम भरी रात तू और मैं । दिल के जज़्बात तू और मैं ।। याद करना फकत रस्म है हैं सदा साथ तू और मैं।। कुछ न बौले न कुछ भी सुना । कर गए बात तू और...
Thursday, May 9, 2024
राजनीति
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कहीं ईट कहीं रोड़ा जोड़ना है राजनीति । इसे पकड़ना उसे छोड़ना है राजनीति।। साम दाम दंड भेद, येन केन प्रकरेण। विरोधियों का होसला तोड़ना है राज...
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Wednesday, May 8, 2024
इश्क़ का दरख्त
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इक दरख़्त है है मन के अंदर तेरे इश्क़ का । रूमानी डालियों पर अरमानों के पत्ते लहराते है, तेरे रूप की धूप, जुल्फों की हवा से ज़िंदगी पाते ह...
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Sunday, May 5, 2024
छांव
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आज जांभळी गांव से जूना महाबलेश्वर ट्रैक के दौरान कड़ी धूप में बीच बीच मे छांव के मिलने पर मेरी कविता शहरों में धीमी मौत मर रही हैं छांव । जं...
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