महानगर का काव्य
ऋषिकेश खोङके "रुह"
Wednesday, July 2, 2025
दुआओं में असर (ग़ज़ल)
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ये दुआओं में असर होता हैं क्या । देखते हैं मांग कर होता हैं क्या ।। रात काटी जाग कर, बेकल रहा । कुछ नहीं दिल को ख़बर होता है क्या।। भूलना उस...
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Sunday, June 22, 2025
**पांडुरंग हरी**
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श्री हरी विट्ठल,श्री हरी विट्ठल , श्री हरी विट्ठल,श्री हरी विट्ठल । भक्तों का सखा वो, भक्तों की माऊली ।। पुंडरीक निवेदन का जिसने मान रखा, क...
Thursday, June 19, 2025
पत्नी की तारीफ (शादी की सालगिरह विशेष)
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अपनी शादी की सालगिरह सोचा काव्यमय मनाऊं । चैट जीपीटी से पत्नी की तारीफ में कविता लिखवाऊं। चैट जीपीटी को ओपन कर बोला, भाई पत्नी की तारीफ में...
Tuesday, June 10, 2025
नटखट कन्हैया
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पनिया भरन कूप जाऊं कैसे मईया । गगरीया फोर देत नटखट कन्हैया ।। पनिया भरन कूप जाऊं कैसे मईया । भीगी मेरी अंगिया, भीगी मेरी चोली , कितना सहूं म...
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Wednesday, June 4, 2025
ज़िंदगी (ग़ज़ल)
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जिंदगी तू कमाल है । तोहफा बेमिसाल है ।। खुद से खफा हों किसलिए । हर घड़ी ये सवाल है ।। ठोकरें लाख राह में रोक सकें मजाल है ।।...
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Saturday, May 31, 2025
इतना हत-बल किसलिये (ग़ज़ल)
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इतना हत-बल किसलिये। सत्य निर्बल किसलिये? धर्म धंधा हो चुका । अब गंगा जल किसलिए? कर्म तो बे मोल हैं । जात पर बल किसलिए? भीख में हक़ मांगते। ल...
Friday, May 30, 2025
शब्द
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भावना मेरी शब्दों के सहयोग से, अभिव्यक्त होती हैं जब, कविता हो जाती । कोई शब्द अश्रु हो जाता है, शब्द कोई कभी हृदय का स्पंदन। कभी कभी श...
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