Monday, February 27, 2023

तेरी यादों का स्वेटर

 आज फिर,

दिल की अटैची से,

नसाफत से तह किया हुआ,

तेरी यादों का स्वेटर निकाला है ।


अब भी तेरी खुशबू इसमें महकती है ।


मुझे उम्मीद है,

ऐसा एक स्वेटर,

तेरे पास भी होगा।


धूप में मत रखना, महक चली जाएगी।

जहन से तेरी तस्वीर हटाऊं कैसे

 जहन से तेरी तस्वीर हटाऊं कैसे |

सांस है तू, फिर लेना भूल जाऊं कैसे ||

मिनट में सौ बार धड़कता है लैकिन |

दिल की धड़कन तुम्हे सुनाऊं कैसे ||

कान्हा तो नही मैं पर बांसुरी तुम हो |

रख तो लूं होठों पर, बजाऊं कैसे  ||

लानत भैजो गर नजर हट जाएं।।

हुस्न पर पलकें झपकाऊं कैसे ।।

जो कहे रूह , कमबख्त कम है  ।

बयाने हुस्न को अल्फाज लाऊं कैसे ।।

***ऋषिकेष खोडके "रूह"***