चलिए उनसे बात करेंगे।
ज़ाहिर दिले-जज़्बात करेंगे।
इश्क शायद होगा मुश्किल ।
कोशिश हम दिन रात करेंगे।।
खड़े हैं दर पर ले के झोली ।
हुज़ूर आयेंगे ख़ैरात करेगें।
भरे पड़े हैं आखों के बादल।
जाने कब बरसात करेंगे।।
तैयार होकर रूह खड़े हैं।
मालुम है वो घात करेंगे
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