Saturday, December 9, 2023

दिल में हमारे (ग़ज़ल )

दिल में हमारे रह कर तो देखो।
छोटी जगह में बड़ा घर तो देखो।।
हम तो मुंतज़िर हैं जाने कब से।
उठाओ नज़रे, ज़रा इधर तो देखो ।।
नज़रें मिलाकर नजरें छुपाना।
दिल चुराने का हुनर तो देखो।।
बड़ी छोटी सी इक अर्ज है हमारी।
साथ हो ज़िंदगी का सफ़र तो देखो।।
बड़ा ध्यान देकर सुनते हैं वो।
रूह की शायरी का असर तो देखो।।

9 comments:

शुभा said...

वाह!! लाजवाब!

सुशील कुमार जोशी said...

वाह | ब्लॉग फोलोवेर लिंक उपलब्ध कराएं |

जिज्ञासा सिंह said...


छोटी जगह में बड़ा घर तो देखो
... बहुत खूब!

Rupa Singh said...

वाह! बहुत खूब, लाजवाब।

मन की वीणा said...

वाह!उम्दा ग़ज़ल।

Rishikesh khodke said...

धन्यवाद शुभा जी

Rishikesh khodke said...

धन्यवाद सुशील जी

Rishikesh khodke said...

शुक्रिया रूपा की

Rishikesh khodke said...

शुक्रिया आपका